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Sunday, 18 April 2021

चंदा मामा कल ना आना

 चंदा मामा कल ना आना

मम्मी जी की थाली में

पुए भी मीठे नहीं बनाना

दूध न देना प्याली में

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बोला हूं मम्मी को अपनी

मुझे झिंगोला एक सिलाओ

ऊंची सी बनवा दो सीढ़ी

' मामा ' से चल मुझे मिलाओ

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नहीं तो चिड़ियों से मिल करके

पवन पुत्र सा मै आऊंगा

सैर करूं नभ तुझ संग मामा

हाथों तेरे ही खाऊंगा

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सुरेन्द्र कुमार शुक्ल भ्रमर5

प्रतापगढ़, उत्तर प्रदेश,

भारत

4 comments:

  1. बहुत बहुत धन्यवाद और हार्दिक आभार आप का आदरणीया अनीता जी , बाल मन से जुड़े रहने से अति आनन्द आता है

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  2. बहुत बहुत धन्यवाद और हार्दिक आभार आप का आदरणीया अनीता जी , बाल मन से जुड़े रहने से अति आनन्द आता है

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  3. बालमन में उमड़ते भावनाओं को बेहद खूबसूरती से शब्दों में पिरोया है आपने,मन फिर से बच्चा बन गया,अति सुंदर सृजन,सादर नमन आपको

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